Vol. 31 No. 04 (2011): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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कला, संगीत, नृत्य ओर रंगमंच

Published 2024-11-22

Keywords

  • संगीत,
  • नृत्य,
  • रंगमंच

How to Cite

एनसीईआरटी. (2024). कला, संगीत, नृत्य ओर रंगमंच . भारतीय आधुनिक शिक्षा, 31(04), p. 90-99. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/480

Abstract

कला, संगीत, नृत्य और रंगमंच शिक्षा और सांस्कृतिक विकास के महत्वपूर्ण आयाम हैं, जो न केवल व्यक्तित्व के विकास में मदद करते हैं, बल्कि समाज और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को समझने में भी योगदान करते हैं। इन सभी कलाओं का समावेश शैक्षिक प्रणाली में विद्यार्थियों के मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देता है।

कला विद्यार्थियों की रचनात्मकता और अभिव्यक्ति की क्षमता को बढ़ाती है, जिससे वे अपनी सोच और विचारों को स्वतंत्र रूप से प्रस्तुत कर सकते हैं। संगीत और नृत्य जैसे कला रूप, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, तनाव कम करने और भावनाओं को व्यक्त करने में सहायक होते हैं। ये विद्यार्थी को आत्म-विश्वास और टीमवर्क की भावना प्रदान करते हैं। रंगमंच (थिएटर) अभिनय, संवाद और शारीरिक अभिव्यक्ति के माध्यम से सामाजिक मुद्दों, संस्कृति और मानवीय भावनाओं को व्यक्त करने का एक महत्वपूर्ण साधन है।