Vol. 30 No. 03 (2010): भारतीय आधुनिक शिक्षा
Articles

शिक्षक शिक्षा: नई दृष्टि

Published 2010-01-31

Keywords

  • रचनात्मक सोच,
  • मानसिक सशक्तिकरण

How to Cite

एनसीईआरटी. (2010). शिक्षक शिक्षा: नई दृष्टि. भारतीय आधुनिक शिक्षा, 30(03), 115. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/129

Abstract

शिक्षक शिक्षा किसी भी राष्ट्र की शैक्षिक प्रणाली का महत्वपूर्ण स्तंभ होती है, क्योंकि शिक्षक ही शिक्षा का प्रभावी साधन होते हैं। शिक्षक की भूमिका केवल ज्ञान देने तक सीमित नहीं होती, बल्कि वे छात्रों के व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में भी मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। वर्तमान समय में, शिक्षक शिक्षा में एक नई दृष्टि की आवश्यकता महसूस की जा रही है, जो न केवल पारंपरिक शिक्षण विधियों को चुनौती देती है, बल्कि आधुनिक शिक्षा के बदलते परिवेश में शिक्षकों को नए दृष्टिकोण से तैयार करती है।

नई दृष्टि के तहत शिक्षक शिक्षा में यह जरूरी है कि शिक्षकों को तकनीकी, मानसिक, और शैक्षिक दृष्टिकोण से सशक्त किया जाए, ताकि वे छात्रों की विविध आवश्यकताओं को समझ सकें और उन्हें प्रभावी तरीके से मार्गदर्शन दे सकें। इसके लिए शिक्षकों को लगातार प्रशिक्षित और अपडेटेड रखना महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, शिक्षक शिक्षा में समावेशी शिक्षा, रचनात्मक सोच, और विचारशीलता को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, ताकि वे छात्रों को केवल अकादमिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन में सफलता पाने के लिए जरूरी कौशल भी प्रदान कर सकें।