शिक्षण लगातार सीखने जाने का ही दूसरा नाम है... यह और बात है कि हम इस सीखने की प्रक्रिया में सिखाने को भी शामिल कर लेते हैं। लगातार, हर पल सिखाना ही हमें पहले से बेहतर इंसान और एक अच्छा शिक्षक बना देता है। हम न सिर्फ दूसरों के गुणों से सीखते हैं, बल्कि उनकी कमियों से भी बहुत कुछ सीख जाते हैं। मैं भी अपनी कक्षा के हर बच्चे से, उनके अभिभावकों से और साथी शिक्षकों से हर पल कुछ ना कुछ सीखता रहता हूं।