Vol. 41 No. 2 (2017): प्राथमिक शिक्षक
Articles

रिमझिम पाठ्यपुस्तक के अभ्यास-प्रश्नों का विश्लेषणात्मक अध्ययन

सीमा
शोधार्थी, केंद्रीय शिक्षा संस्थान, दिल्ली विश्वविद्यालय; सहायक अध्यापिका, सर्वोदय कन्या विद्यालय, दिल्ली

Published 2025-06-27

Keywords

  • विद्यालयी शिक्षा,
  • पाठ्यचर्या,
  • शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया

How to Cite

सीमा. (2025). रिमझिम पाठ्यपुस्तक के अभ्यास-प्रश्नों का विश्लेषणात्मक अध्ययन. प्राथमिक शिक्षक, 41(2), p.9–24. http://14.139.250.109:8090/index.php/pp/article/view/4453

Abstract

विद्यालयी शिक्षा में पाठ्यचर्या का एक महत्वपूर्ण अंग विषयों की पाठ्यपुस्तकें हैं। पाठ्यपुस्तक ही वह माध्यम है, जिसके समुचित प्रयोग द्वारा एक शिक्षक अपेक्षित शैक्षिक उद्देश्यों की प्राप्ति कर पाने में सक्षम हो पाता है।
पाठ्यपुस्तकें दिशा-निर्देशक के रूप में शिक्षक को शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया संपन्न करने में सहायता करती हैं तथा साथ ही विद्यार्थियों में स्व-अध्ययन की आदत को भी विकसित करती हैं। पाठ्यपुस्तकें स्वयं में अनेक तत्व समाहित किए रहती हैं। यदि यहाँ भाषा की पाठ्यपुस्तक के सन्दर्भ में बात की जाए, तो हम पाएँगे कि इनमें पाठ, कविताएँ, विधागत वैविध्य एवं उनकी प्रासंगिकता व रोचकता, प्रयुक्त शब्दावली, चित्र-प्रस्तुतीकरण तथा अभ्यास-प्रश्न आदि तत्व महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रस्तुत लेख में पाठ्यपुस्तक के विश्लेषण का मुख्य आधार ‘अभ्यास-प्रश्नों’ को बनाया गया है। राष्ट्रीय फोकस समूह के आधार-पत्र (2005) के अनुसार, अभ्यास-प्रश्न ऐसे होने चाहिए जिनमें अत्यंत सूक्ष्म अवलोकन व विश्लेषण की आवश्यकता हो। प्रस्तुत शोध पत्र में शोध का मुख्य विषय एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा निर्मित प्राथमिक स्तर की हिंदी भाषा की पाठ्यपुस्तकें रिमझिम (भाग 3, 4 व 5) हैं, जिनमें विशेषतः पाठांत में दिए गए अभ्यास-प्रश्नों की विविधता तथा उनकी भाषा-अधिगम में भूमिका का विश्लेषणात्मक अध्ययन प्रस्तुत किया गया है।