प्रकाशित 2024-12-23
संकेत शब्द
- शिक्षक की भूमिका,
- व्यक्तिगत विकास
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जितेन्द्र कुमार पाटीदार. (2024). मै हू शिक्षक शिक्षा . भारतीय आधुनिक शिक्षा, 35(03), p. 10-17. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/2054
सार
"मैं हूँ शिक्षक शिक्षा" का विचार शिक्षक के महत्व और जिम्मेदारी को उजागर करता है। यह विचार यह संदेश देता है कि शिक्षक केवल ज्ञान नहीं देते, बल्कि छात्रों के जीवन को आकार देते हैं। उनका व्यक्तिगत और पेशेवर विकास एक साथ चलता है और उनके प्रभाव से ही समाज में बदलाव संभव है। इस विचार से शिक्षक को अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता मिलती है, और यह उन्हें निरंतर आत्म-निरिक्षण और विकास की दिशा में प्रेरित करता है।