Vol. 36 No. 04 (2016): भारतीय आधुनिक शिक्षा
EDITORIAL NOTE

आर्य आक्रमड सिद्धान्त एक समीक्षा

Published 2025-01-03

Keywords

  • इतिहास की आलोचना,
  • आर्कियोलॉजी और अनुसंधान

How to Cite

शरण श. (2025). आर्य आक्रमड सिद्धान्त एक समीक्षा . भारतीय आधुनिक शिक्षा, 36(04), p. 69-80. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/3058

Abstract

यह लेख आर्य आक्रमण सिद्धांत पर आधारित है, जो भारतीय इतिहास और संस्कृति पर गहरे प्रभाव डालने वाले एक विवादास्पद सिद्धांत को विश्लेषित करता है। आर्य आक्रमण सिद्धांत का मुख्य विचार यह था कि प्राचीन आर्य जाति (जो यूरोपीय या मध्य एशियाई मूल की मानी जाती है) ने भारतीय उपमहाद्वीप में आक्रमण किया और इस क्षेत्र की संस्कृति, भाषा, और धर्म को आकार दिया। यह सिद्धांत मुख्य रूप से वेदों और स्मृतियों के अध्ययन से प्रेरित था, जिसमें आर्य जाति के भारत में आने और यहाँ के मूल निवासी द्रविड़ों के साथ संघर्ष का विवरण मिलता है।

लेख में इस सिद्धांत की आलोचना और समर्थन दोनों पक्षों का विस्तार से विश्लेषण किया गया है। समर्थक यह मानते हैं कि यह सिद्धांत भारतीय इतिहास को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह भारतीय सभ्यता के विकास और संस्कृतियों के मेल को स्पष्ट करता है। वहीं, विपक्षी इसे सामाजिक विभाजन, जातिवाद, और सांस्कृतिक उपनिवेशीकरण के रूप में देखते हैं, जो भारतीय समाज में द्रविड़ और आर्य के बीच भेदभाव और संघर्ष को बढ़ावा देता है।