Vol. 36 No. 01 (2015): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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शैक्षिक समावेशन के संदर्भ में मृतभाषा अधारित बहुभाषी शिक्षा

Published 2024-12-23

Keywords

  • शैक्षिक समावेशन,,
  • मृतभाषा

How to Cite

रशिम श्रीवास्तव. (2024). शैक्षिक समावेशन के संदर्भ में मृतभाषा अधारित बहुभाषी शिक्षा. भारतीय आधुनिक शिक्षा, 36(01), p. 79-88. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/2124

Abstract

क्षिक समावेशन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि समाज के सभी बच्चों को उनकी विविधताओं के बावजूद समान अवसर मिलें, ताकि वे अपनी शिक्षा पूरी कर सकें और एक समान भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकें। इस संदर्भ में, मृतभाषाओं का अध्ययन और इन भाषाओं पर आधारित बहुभाषी शिक्षा प्रणाली एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है। मृतभाषाएँ ऐसी भाषाएँ होती हैं, जो किसी समुदाय द्वारा बोली नहीं जातीं, लेकिन वे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होती हैं।

मृतभाषा आधारित बहुभाषी शिक्षा का उद्देश्य यह है कि छात्रों को उनकी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ी भाषाओं का ज्ञान हो, और साथ ही वे आधुनिक भाषाओं और वैश्विक संवाद के लिए तैयार हो सकें। इसके द्वारा शैक्षिक समावेशन को बढ़ावा मिलता है क्योंकि यह छात्रों को उनके भाषाई परिवेश में शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्रदान करता है, चाहे वे किसी भी भाषाई या सांस्कृतिक समुदाय से हों।