Vol. 34 No. 03 (2014): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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बच्चे और पर्यावरण-पर्यावरण शिक्षा के समाज शास्त्र आयाम

Published 2024-12-23

Keywords

  • समाजशास्त्र,
  • बच्चों की भूमिका

How to Cite

ऋषभ कुमार मिश्र. (2024). बच्चे और पर्यावरण-पर्यावरण शिक्षा के समाज शास्त्र आयाम. भारतीय आधुनिक शिक्षा, 34(03), p. 21-34. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/1773

Abstract

आज के समय में पर्यावरणीय संकट बढ़ते जा रहे हैं, और इसे सुलझाने के लिए बच्चों में पर्यावरण शिक्षा को एक महत्वपूर्ण माध्यम माना जा रहा है। यह आर्टिकल बच्चों और पर्यावरण के बीच के रिश्ते और पर्यावरण शिक्षा के समाजशास्त्र आयामों की समीक्षा करता है। समाजशास्त्र के दृष्टिकोण से पर्यावरण शिक्षा केवल सूचना का प्रसार नहीं, बल्कि यह सामाजिक संरचनाओं, मान्यताओं और आस्थाओं के भीतर बदलाव लाने का एक महत्वपूर्ण उपकरण है। हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि बच्चों को पर्यावरणीय शिक्षा देने से समाज में क्या सकारात्मक परिवर्तन हो सकते हैं और किस प्रकार से यह बच्चों के सामाजिक व्यवहार, चेतना और जिम्मेदारी को प्रभावित कर सकता है। आर्टिकल में यह भी चर्चा की जाएगी कि किस प्रकार से पर्यावरण शिक्षा को सामाजिक संदर्भ में बेहतर तरीके से लागू किया जा सकता है ताकि यह सामाजिक और पर्यावरणीय दोनों ही दृष्टिकोणों से प्रभावी हो।