सूचना एवं संचार तकनीकी तथा अधिगम की बदलती पारिस्थितिकी (विशेष संदर्भः प्राथमिक स्तर पर घर की अधिगम पारिस्थितिकी एवं विद्यालय की अधिगम पारिस्थितिकी)
Published 2025-03-12
Keywords
- पारिस्थितिकी,
- अधिगम,
- सूचना एवं संचार तकनीकी
How to Cite
Abstract
सूचना एवं संचार तकनीकी ने जीवन के प्रत्येक स्तर को प्रभावित किया है। आईसीटी ने बहुत कम समय में आधुनिक समाज की बुनियादी पृष्ठभूमि में अपना स्थान बना लिया है (क्ंदपमसे, 2002) सूचना एवं संचार तकनीकी के प्रयोग से सीखने की परिस्थितियों में लगातार परिवर्तन हो रहा है। सीखने के स्रोतों में आज लगातार परिवर्तन आ रहे हैं, पहले सीखने के स्रोत सीमित थे परन्तु आज सीखने के अनेक स्रोत संचार माध्यमों की वजह से उपलब्ध हैं। कंप्यूटर इन्टरनेट पर एक क्लिक से किसी भी विषय पर अनेक स्रोत उपलब्ध हो जाते हैं। एक वक्त था जब विद्यार्थी अपना अधिकतम समय पुस्तकालय में व्यतीत करते थे परन्तु आज वो अपने लैपटॉप, मोबाईल फोन, अन्य तकनीकी संसाधनों के माध्यम से घर पर ही या चलते फिरते अपने विषय सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सूचना एवं संचार तकनीकी ने केवल अधिगम प्रक्रिया एवं अधिगम वातावरण को ही नहीं बदला है अपितु अधिगम पारिस्थितिकी को भी सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। अब प्रश्न यह उठता है कि सूचना एवं संचार तकनीकी ने अधिगम पारिस्थितिकी को किस प्रकार से प्रभावित किया है? तकनीकी उपकरणों या संसाधनों के प्रयोग से अधिगम पारिस्थितिकी किस प्रकार से परिवर्तित हो रही है? इस शोध पत्र में उपर्युक्त प्रश्नों के सन्दर्भ में उद्देश्य परक विधि द्वारा प्रदत्त का संकलन करके गुणात्मक एवं मात्रात्मक विश्लेषण द्वारा अध्ययन किया गया है।