Vol. 41 No. 4 (2017): प्राथमिक शिक्षक
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शिक्षा में कठपुतली मेरे शब्द, मेरी शक्ति

कविता बिष्ट
मुख्य प्राध्यापिका, केंद्रीय विद्यालय, एन.सी.ई.आर.टी., नई दिल्ली
अवधेश कुमार लवानिया
प्राथमिक शिक्षक, केंद्रीय विद्यालय, एन.सी.ई.आर.टी., नई दिल्ली

Published 2025-06-26

Keywords

  • शिक्षा गुणवत्ता,
  • शैक्षिक तकनीक,
  • अध्ययन और अध्यापन की प्रक्रिया

How to Cite

बिष्ट क., & लवानिया अ. क. (2025). शिक्षा में कठपुतली मेरे शब्द, मेरी शक्ति. प्राथमिक शिक्षक, 41(4), p.72–79. http://14.139.250.109:8090/index.php/pp/article/view/4430

Abstract

आधुनिक युग में शिक्षा को गुणवत्ता के शिखर तक ले जाने के लिए शैक्षिक तकनीक, जैसे संसाधनों, विधियों और सामग्री का उपयोग किया जाता है। शिक्षण और अधिगम के स्रोतों को प्रभावी बनाने के लिए यह ज़रूरी है कि सभी शैक्षिक स्रोतों, जैसे व्यक्ति और सामग्री, विधि और तकनीक, तथा संसाधन और संचार आदि को एकीकृत रूप से उपयोग में लाया जाए। इस प्रकार, अध्ययन और अध्यापन की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न सामग्रियों, विभिन्न शिक्षण विधियों, श्रव्य और दृश्य सहायक सामग्री आदि को सम्मिलित किया जाता है। कठपुतलियों द्वारा पढ़ाना बच्चों को बहुत पसंद आता है। कठपुतलियों के माध्यम से पढ़ाने से बच्चों में भाषा विकास के साथ-साथ नैतिक विकास भी होता है।