Vol. 40 No. 2 (2016): प्राथमिक शिक्षक
Articles

दार्शनिकों की नज़र में बचपन

सिद्धार्थ शुक्ला
सह-प्राध्यापक, विक्टोरिया कॉलेज ऑफ एजुकेशन, भोपाल (मध्यप्रदेश)

Published 2025-06-20

Keywords

  • बचपन,
  • बाल-अधिकार समझौता,
  • संयुक्त एवं एकाकी परिवार में बचपन

How to Cite

शुक्ला स. (2025). दार्शनिकों की नज़र में बचपन. प्राथमिक शिक्षक, 40(2), p.22–28. http://14.139.250.109:8090/index.php/pp/article/view/4411

Abstract

बचपन के बारे में सोचिए कि कैसा स्वतंत्र व उल्लासपूर्ण अपना बचपन था? कैसे छोटी-छोटी वस्तुएँ, घटनाएँ व क्रियाकलाप हमें आनंद प्रदान करते थे!

रिमझिम बारिश में भीगना, पानी से भरे गड्ढों में कूदना, गर्मियों में भी बाहर उन्मुक्त होकर खेलना और थककर जहाँ-तहाँ गहरी नींद में सो जाना — आज भी ये सब स्मृतियाँ आनंददायक अनुभव के रूप में याद आती हैं।