Vol. 34 No. 1 (2010): प्राथमिक शिक्षक
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सुनना गुनना और सुनाना कहानी का

Published 2024-11-27

Keywords

  • कहानी

How to Cite

हरदर्शन सहगल. (2024). सुनना गुनना और सुनाना कहानी का. प्राथमिक शिक्षक, 34(1), p.49-51. http://14.139.250.109:8090/index.php/pp/article/view/329

Abstract

कहानी सुनते समय बच्चे न केवल कहानी का आनंद लेते हैं बल्कि साथ-साथ कहानी गुनते और रचते भी रहते हैं। कहानी के एक-एक शब्द का आनंद लेते हुए कहानी को आत्मसात भी करते हैं। कहानी के पात्रों के साथ जीते हैं। लेकिन यह सब तभी संभव हो सकता है जब कथावाचक, श्रोता और कहानी का पाठक इन्हीं से संबंधित कुछ बातों को इस लेख में पिरोया गया है।