Vol. 34 No. 03 (2014): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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मार्जरी साइक्स शिक्षा: सादगी, सौंदर्य और समानता के लिए

Published 2024-12-23

Keywords

  • शैक्षिक दृष्टिकोण,
  • सांस्कृतिक जागरूकता

How to Cite

अनिल सेठी. (2024). मार्जरी साइक्स शिक्षा: सादगी, सौंदर्य और समानता के लिए. भारतीय आधुनिक शिक्षा, 34(03), p. 55-62. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/1784

Abstract

मार्जरी साइक्स एक प्रमुख शैक्षिक विचारक और विद्वान थीं, जिनका योगदान शिक्षा के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण रहा है। उनके विचार शिक्षा की सादगी, सौंदर्य और समानता के सिद्धांतों पर आधारित थे। साइक्स ने शिक्षा को केवल ज्ञान प्राप्ति के रूप में नहीं देखा, बल्कि इसे एक सशक्त साधन माना जो विद्यार्थियों को मानसिक, शारीरिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाता है। उनका मानना था कि शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों में सुंदरता और साधारणता का बोध विकसित करना है, ताकि वे अपनी संस्कृति और समाज के प्रति जागरूक और संवेदनशील बन सकें। इसके साथ ही, उन्होंने समानता के महत्व को भी स्वीकार किया और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता को बताया कि सभी विद्यार्थियों को समान अवसर प्राप्त हों।