सारण शंकर. “संस्कृत की उपेक्षा अपनी उपेक्षा है !”. भारतीय आधुनिक शिक्षा, vol. 37, no. 02, Mar. 2025, pp. p. 5-10, http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/3102.