Vol. 33 No. 01 (2012): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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वर्तमान में शिक्षण के बदलते आयाम : चुनौतियां एवं सम्भावनाएं

Published 2024-11-29

Keywords

  • शैक्षिक चुनौतियाँ,
  • संसाधन आधारित दृष्टिकोण

How to Cite

अरूण कुमार वर्मा. (2024). वर्तमान में शिक्षण के बदलते आयाम : चुनौतियां एवं सम्भावनाएं. भारतीय आधुनिक शिक्षा, 33(01), p. 88-93. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/997

Abstract

आज के शैक्षिक परिदृश्य में शिक्षण के आयाम तेजी से बदल रहे हैं। डिजिटल प्रौद्योगिकी, वैश्वीकरण और बदलते समाजिक संदर्भों ने शिक्षा की प्रक्रिया में नया मोड़ लाया है। इस लेख में हम वर्तमान में शिक्षण के बदलते आयामों, उनसे उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और उन चुनौतियों में निहित संभावनाओं पर विचार करेंगे।

शिक्षण में तकनीकी नवाचारों का समावेश, जैसे ऑनलाइन शिक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), और वर्चुअल क्लासरूम ने शैक्षिक प्रणाली को अधिक सुलभ और लचीला बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही कई नई समस्याएँ भी उत्पन्न हुई हैं, जैसे डिजिटल असमानता, शिक्षकों का प्रशिक्षण, और पाठ्यक्रम के समायोजन की चुनौतियाँ। वहीं, इन तकनीकी बदलावों ने शिक्षकों और छात्रों के बीच संवाद और सहयोग के नए अवसर भी उत्पन्न किए हैं, जो शैक्षिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने में सहायक हो सकते हैं।

लेख में यह भी बताया जाएगा कि कैसे शिक्षण के नए आयाम और प्रौद्योगिकी का सही उपयोग, शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। वर्तमान शिक्षा प्रणाली में सुधार की दिशा में इन चुनौतियों को अवसरों में बदलने के लिए नीति निर्धारण, शिक्षक प्रशिक्षण, और संसाधन आधारित दृष्टिकोण को प्रमुखता से अपनाया जा सकता है।