आधुनिक काव्य खंड का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण कक्षा 11 की हिन्दी की पाठ्यप्स्तक अंतरा के सदंर्भ मे
Published 2025-03-21
Keywords
- संबंध भाषा,
- विवेकशील
How to Cite
Abstract
"आधुनिक काव्य खंड का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण (कक्षा 11 की हिंदी पाठ्यपुस्तक 'अंतर' के संदर्भ में)" पर आधारित सारांश इस प्रकार हो सकता है:यह लेख आधुनिक काव्य खंड का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण करता है, जो कक्षा 11 की हिंदी पाठ्यपुस्तक 'अंतर' में शामिल कविताओं के संदर्भ में प्रस्तुत किया गया है। आधुनिक काव्य खंड में काव्यशास्त्र, कविता की गहरी भावनाओं और उसके अंदर की मानसिक स्थितियों का विश्लेषण किया जाता है। इस विश्लेषण के माध्यम से कविता की संरचना, भाव, और विचारों की गहरी समझ प्राप्त की जा सकती है।
मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से कविता का विश्लेषण करते हुए यह देखा जाता है कि आधुनिक कविता में कवि अपनी आंतरिक भावना, समाज में हो रहे बदलावों, और व्यक्तिगत संघर्षों को व्यक्त करता है। कवि के मन की गहराइयों में समाए तनाव, आशंका, प्रेम, विषाद, और आक्रोश को कविता में बयां किया जाता है। इस दृष्टिकोण से कविता न केवल सामाजिक बल्कि व्यक्तिगत मनोविज्ञान को भी उजागर करती है।