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Published 2025-03-05
Keywords
- समान अधिकार,
- भेदभाव,
- कानूनी मान्यता।
How to Cite
श्रीवास्तव अ. (2025). भारतीय समाज में किन्नरों की शिक्षै क एवं सामािजक अपवं चन की दशा एवं िदश. भारतीय आधुनिक शिक्षा, 38(03), p. 94-104. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/3762
Abstract
भारतीय समाज में किन्नरों (हिजड़ों) की स्थिति लंबे समय तक marginal (हाशिए पर) रही है। वे न केवल सामाजिक दृष्टि से उपेक्षित थे, बल्कि शिक्षा और अन्य बुनियादी अधिकारों से भी वंचित रहते थे। भारतीय समाज में किन्नरों को एक अलग श्रेणी में रखा गया और उन्हें सामाजिक रूप से अपवंचित, वंचित और परित्यक्त माना गया। उनका सामाजिक अपवंचन शिक्षा के क्षेत्र में भी स्पष्ट था, जहाँ उनके लिए शैक्षिक संस्थाओं में कोई विशेष व्यवस्था नहीं थी। किन्नरों के लिए शिक्षा की कमी ने उनके जीवन को कठिन बना दिया और उन्हें समाज में उचित सम्मान और स्थान पाने से रोक दिया।