Published 2025-03-05
Keywords
- समानता और भाईचारा,
- नैतिक शिक्षा,
- आत्मनिर्भरता
How to Cite
Abstract
गांधीवादी मूल्यों पर केंद्रित प्राथमिक शिक्षा का उद्देश्य बच्चों को न केवल शैक्षिक ज्ञान प्रदान करना, बल्कि उन्हें नैतिक, सामाजिक, और मानसिक रूप से सशक्त बनाना है। महात्मा गांधी ने शिक्षा को एक ऐसी प्रक्रिया माना था, जो बच्चों के चरित्र निर्माण, नैतिक विकास, और समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित करे। गांधीवादी शिक्षा प्रणाली में सत्य, अहिंसा, समानता, आत्मनिर्भरता, और सेवा की भावना को प्रमुख स्थान दिया जाता है। यह शिक्षा प्रणाली बच्चों को जीवन के मूल्यों और नैतिक सिद्धांतों के साथ एक अच्छा इंसान बनने के लिए तैयार करती है।
गांधीवादी शिक्षा का उद्देश्य बच्चों को केवल बौद्धिक शिक्षा देना नहीं है, बल्कि उन्हें जीवन के हर पहलू में एक सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करना है। इसमें खेल, कला, शिल्प, और श्रम शिक्षा को भी महत्वपूर्ण माना जाता है, जिससे बच्चों की शारीरिक और मानसिक विकास के साथ-साथ उनके समग्र व्यक्तित्व का निर्माण होता है। यह शिक्षा प्रणाली सामाजिक समरसता, राष्ट्रीय एकता और व्यक्तिगत जिम्मेदारी के सिद्धांतों पर आधारित है।