Vol. 37 No. 04 (2017): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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शिक्षक शिक्षा में सतत एवं समग्र मूल्यांकन

Published 2025-03-03

Keywords

  • शिक्षा में मूल्यांकन प्रणाली,
  • निरंतर मूल्यांकन

How to Cite

पाटीदार ज. क. (2025). शिक्षक शिक्षा में सतत एवं समग्र मूल्यांकन . भारतीय आधुनिक शिक्षा, 37(04), p. 96. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/3407

Abstract

यह अध्ययन शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में सतत और समग्र मूल्यांकन (Continuous and Comprehensive Evaluation - CCE) प्रणाली की भूमिका और उसके प्रभाव पर केंद्रित है। शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता सीधे तौर पर छात्रों की शिक्षा में सुधार को प्रभावित करती है, और इस प्रणाली का उद्देश्य शिक्षक प्रशिक्षण प्रक्रिया में निरंतर मूल्यांकन के माध्यम से उनकी क्षमताओं और विकास को बेहतर तरीके से परखना है। पारंपरिक मूल्यांकन पद्धतियाँ मुख्य रूप से अंतिम परीक्षा पर आधारित होती हैं, जो केवल ज्ञान के परीक्षण पर जोर देती हैं और शिक्षक के समग्र विकास की प्रक्रिया को नज़रअंदाज़ करती हैं।

इस शोध में यह पाया गया कि सतत और समग्र मूल्यांकन शिक्षक शिक्षा में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है, क्योंकि यह छात्रों की सीखने की प्रक्रिया को निरंतर रूप से ट्रैक करता है, जिससे उनकी सशक्तिकरण और समग्र कौशल के विकास को सुनिश्चित किया जा सकता है। यह प्रणाली न केवल शिक्षक के शैक्षिक ज्ञान का मूल्यांकन करती है, बल्कि उनकी मानसिकता, सामाजिक और भावनात्मक कौशल, और उनकी कक्षा प्रबंधन क्षमता का भी परीक्षण करती है।