Vol. 37 No. 02 (2016): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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जेन्डर परिप्रेक्ष्य में स्त्री-शिक्षा की इस स्थितिया एक तथ्यात्मक पड़ताल

Published 2025-03-03

Keywords

  • जेंडर असमानता,
  • पारिवारिक दायित्व

How to Cite

लोढा ज. (2025). जेन्डर परिप्रेक्ष्य में स्त्री-शिक्षा की इस स्थितिया एक तथ्यात्मक पड़ताल . भारतीय आधुनिक शिक्षा, 37(02), p. 25-37. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/3122

Abstract

यह अध्ययन जेंडर परिप्रेक्ष्य में स्त्री-शिक्षा की वर्तमान स्थिति का तथ्यात्मक विश्लेषण प्रस्तुत करता है, जिसमें यह पता लगाया गया है कि भारत में महिलाओं की शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति के बावजूद, अनेक सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक अवरोधों के कारण स्त्री-शिक्षा की पूर्ण समग्रता में समावेशी विकास नहीं हो पा रहा है। विशेष रूप से ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में महिलाओं की शिक्षा को लेकर विभिन्न प्रकार की चुनौतियाँ और असमानताएँ मौजूद हैं।

इस शोध में, स्त्री-शिक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं का मूल्यांकन किया गया है, जैसे शिक्षा का स्तर, शैक्षिक संस्थानों तक पहुँच, और सरकारी नीतियों का प्रभाव। जेंडर असमानताएँ, जैसे लिंग आधारित भेदभाव, पारंपरिक सामाजिक मान्यताएँ, शिक्षा की अवबोधन तक पहुँच की कमी और परिवारिक दायित्व, महिलाओं की शिक्षा की गति को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक रहे हैं। विशेष ध्यान दिया गया है कि कैसे सामाजिक-आर्थिक स्थिति, जाति, धर्म और क्षेत्रीय भिन्नताएँ स्त्री-शिक्षा की स्थिति को और जटिल बनाती हैं।