खंड 2 No. 2 (2021)
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शिक्षा का भावी स्वरूप : ऑनलाइन लर्निंग

सुशील कुमार
शोधार्थी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इन्दौर, मध्यप्रदेश

प्रकाशित 2025-03-12

सार

21वीं षताब्दी तकनीकी दृष्टिकोण से बहुत प्रभावषाली सिद्ध हो रही है। यह हर उस चीज का स्वागत कर रही है जो तकनीक के विकास में सहायक है। इसका सबसे ताज़ा उदाहरण है ई-लर्निंग। आज से कुछ साल पहले षायद यह अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता था कि तकनीकी षिक्षा के क्षेत्र में भी इतनी क्रांति आ सकती है लेकिन यह संभव हुआ और आज ई-लर्निग का जिस प्रकार तेजी से विस्तार हो रहा है वह हम सबके सामने है। वर्तमान पाठ्यक्रम की परम्परागत अवधारणा का स्थान विस्तृत खुला ऑनलाइन पाठ्यक्रम ने ले लिया है। विस्तृत खुला ऑनलाइन पाठ्यक्रम एक ऐसा ऑनलाइन वेबसाइट कोर्स है जिसका कोई भी छात्र कभी भी, किसी भी समय विश्व के किसी भी कोने में सुगमतापूर्ण प्रवेश कर सकता है। यह राष्ट्र विकास की धारा में बहुत बड़ा योगदान प्रदान कर रहा है। हालांकि भारत में ऑनलाइन लर्निंग में तकनीकी एवं आर्थिक रूप से कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके आने से पारम्परिक शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ रहा है फिर भी ऑनलाइन लर्निंग आज के युग के लिये शिक्षा प्रसार का बेहतर व कारगर विकल्प है।