Published 2018-02-28
Keywords
- भारतीय शिक्षा,
- लोकनीति
How to Cite
Abstract
संसार के प्रत्येक देश में शिक्षा प्रणाली उस राष्ट्र के भावी नागरिकों व निर्माताओं को अपनी राष्ट्रीय संस्कृति, धर्म व सभ्यता के विकास, संरक्षण व प्रचार और प्रसार के लिए तैयार करती है तथा उस राष्ट्र के लोगों की सामाजिक, आर्थिक, नैतिक, धार्मिक व राजनैतिक आवश्यकताओं व समस्याओ का यथासंभव समाधान देती है। वर्तमान काल में शिक्षा के क्षेत्र में भी निरन्तर प्रगति हो रही है, यह हर्ष का विषय है। अनेक कला-कौशलों के विकास के साथ-साथ मनोविज्ञान और तकनीकी के विविध प्रयोगों द्वारा शिक्षा को अधिकाधिक वैज्ञानिक बनाने का सतत प्रयास चल रहा है तथा सफलता भी मिल रही है। सब कुछ होते हुए भी समाज में द्धेष, अराजकता, पापाचार आदि असामाजिक कृत्य मन में बड़ा क्षोभ बढ़ाते है।