Published 2025-09-02
Keywords
- अकादमिक दृष्टिकोण,
- प्राथमिक स्तर,
- बच्चों में वैज्ञानिक अवधारणा
How to Cite
Abstract
बच्चों के जीवन में अकादमिक दृष्टिकोण से प्राथमिक स्तर की अवस्था अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। विश्वभर में बाल मनोवैज्ञानिकों का एक बहुत बड़ा वर्ग है जो यह मानता है कि बाल्यावस्था में बच्चा अपने जीवन के भावी रुझान की बुनियाद बना लेता है। बच्चे की रुचियाँ, अभिरुचियाँ और संधान की प्रवृत्तियाँ प्राथमिक स्तर पर ही प्रत्यक्ष न भी सही, अप्रत्यक्ष रूप से मनोमस्तिष्क में बुनियाद बना लेती हैं। सभी जानते हैं कि औपचारिक रूप में विज्ञान के अध्ययन की शुरुआत कक्षा 6 से होती है। तो क्या इसका अर्थ यह लगाया जाना चाहिए कि कक्षा 6 से ही बच्चों में वैज्ञानिक चिंतन का विकास किया जाना चाहिए? ऐसा बिलकुल नहीं है। इस लेख का मुख्य उद्देश्य प्रमुख रूप से यह विमर्श और संधान करना है कि में वैज्ञानिक अवधारणा का विकास किया जा सकता है? रना है कि क्या प्राथमिक स्तर पर बच्चों में वैज्ञानिक अवधारणा का विकास किया जा सकता है?