Vol. 43 No. 4 (2019): प्राथमिक शिक्षक
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विद्यालय-आधारित आकलन अवधारणा तथा औचित्य

संध्या सांगई
प्रोफ़ेसर, प्रारंभिक शिक्षा विभाग, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी), नई दिल्ली

Published 2025-09-02

Keywords

  • विद्यालय-आधारित आकलन,
  • School based Assessment

How to Cite

सांगई स. (2025). विद्यालय-आधारित आकलन अवधारणा तथा औचित्य. प्राथमिक शिक्षक, 43(4), p.36-42. http://14.139.250.109/index.php/pp/article/view/4560

Abstract

विद्यालय-आधारित आकलन (School based Assessment- एस.बी.ए.) प्राथमिक कक्षाओं में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया का एक अभिन्न पहलू है। इसे सफल बनाने के लिए यह आवश्यक है कि इसे कक्षा की दिन-प्रतिदिन की प्रक्रिया में स्वाभाविक रूप से शामिल किया जाए। बच्चों को भयमुक्त वातावरण के साथ-साथ अनेक प्रकार के अवसर दिए जाने चाहिए तथा उनके बहु-आयामी व्यक्तित्व का आकलन किया जाना चाहिए। आकलन के महत्त्व को समझते हुए समय-समय पर आकलन की विधाओं में परिवर्तन लाए गए ताकि प्राथमिक स्तर पर इसे केंद्रित और सरल बनाया जा सके। विद्यालय-आधारित आकलन एक ऐसी पद्धति है जिसमें शिक्षक को यह स्वतंत्रता दी जाती है कि वह आकलन के ऐसे तरीकों को प्रयोग में लाए जिससे बच्चों की सीखने की क्षमता तथा गुणवत्ता का विकास उत्तरोत्तर हो। वर्तमान लेख आकलन तथा मूल्यांकन के विभिन्न पक्षों पर ऐतिहासिक चर्चा करते हुए विद्यालय-आधारित आकलन पर लेखक के विचारों की एक संक्षिप्त प्रस्तुति है।