Published 2025-09-02
How to Cite
Abstract
गणित एक मजेदार विषय है। यह रोज़मर्रा के जीवन का अभिन्न अंग है। आज के तकनीकी समय में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। देश में कक्षा 10 तक सभी बच्चों को गणित सीखना अनिवार्य है। कक्षा 10 तक उपयोगिताप्रधान गणित को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। आँकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि 10वीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षा में फेल होने वाले बच्चों में, अन्य विषयों में फेल होने की तुलना में गणित में फेल होने वाले संख्या ज़्यादा होती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 बताती है कि कक्षा तीन तक आते-आते बच्चों में गणित न कर सकने का भाव आ जाता है। गणित में असफलता और व्यग्रता, गणित पढ़ने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण है। गणित में असफलता का एक कारण गणित में होने वाली गलतियाँ भी हो सकता है। शिक्षक गलतियों का विश्लेषण कर विद्यार्थियों को गणित सीखने में मदद कर सकते हैं। इस पत्र में गणित में गलतियों के विश्लेषण और उपचार की चर्चा की गई है।