Published 2025-07-30
Keywords
- ज्ञान संचय,
- कक्षा शिक्षण,
- बौद्धिक विकास
How to Cite
Abstract
हम सभी जानते हैं कि निरंतर ज्ञान संचय, स्मरण शक्ति का अभ्यास और रट्टेबाजी यह किसी भी स्थिति में पढ़ाई नहीं है। रट्टेबाजी तो बच्चों के स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके बौद्धिक विकास के लिए भी हानिकारक है। अतः ज़रूरी है कि बच्चों को कल्पना और सृजन के संसार में झरने सा बहता बौद्धिक जीवन दिया जाए। इस संदर्भ में एक ऐसा विद्यालयी परिवेश होना ज़रूरी है जहाँ बच्चों द्वारा प्रेक्षण करना, सोचना, चिंतन-मनन करना, एक-दूसरे के सहयोग से तरह-तरह की परियोजनाओं को पूरा करना यह सब ज़रूरी है। इसके लिए कक्षाओं में वार्तालाप संबंधी गतिविधियों को स्थान देना अनिवार्य है। वार्तालाप संबंधी गतिविधियों में महत्वपूर्ण हैं—रोल प्ले एवं तत्काल प्रस्तुति। प्रस्तुत लेख रोल प्ले व तत्काल प्रस्तुति के महत्त्व, उनके आयोजन-संचालन, कक्षा शिक्षण में उपादेयता और प्रतिपुष्टि देने के तरीकों पर विस्तार से रोशनी डालता है। यह लेख विशेष रूप से यह रेखांकित करता है कि कक्षा को सजीव एवं रोचक बनाने में रोल प्ले की अहम भूमिका है।