Vol. 42 No. 1 (2018): प्राथमिक शिक्षक
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भाषा शिक्षण एवं बहुभाषिकता पर शिक्षक-प्रशिक्षकों का दृष्टिकोण एक अध्ययन

गीतांजलि
शोधार्थी (एम.फिल), केंद्रीय शिक्षण संस्थान, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली

Published 2025-07-30

Keywords

  • शिक्षाशास्त्र,
  • जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान,
  • बहुभाषिकता

How to Cite

गीतांजलि. (2025). भाषा शिक्षण एवं बहुभाषिकता पर शिक्षक-प्रशिक्षकों का दृष्टिकोण एक अध्ययन. प्राथमिक शिक्षक, 42(1), p.72-75. http://14.139.250.109/index.php/pp/article/view/4515

Abstract

प्रस्तुत लेख भाषा शिक्षक-प्रशिक्षकों के भाषा शिक्षा एवं बहुभाषिकता के प्रति दृष्टिकोण पर प्रकाश डालने का प्रयास करता है। पूर्व सेवाकालीन शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाषा शिक्षाशास्त्र की क्या स्थिति है, विशेष रूप से हिंदी भाषा के संदर्भ में यह जानने का प्रयास किया गया है। दिल्ली के छह डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) में हिंदी भाषा में शिक्षाशास्त्र पढ़ा रहे प्रशिक्षकों से साक्षात्कार के द्वारा उनके दृष्टिकोण को जानने का प्रयास किया गया कि वर्तमान भाषा पाठ्यक्रम एवं प्रशिक्षण पर वह क्या सोचते हैं एवं क्या चुनौतियाँ उनके समक्ष हैं? शिक्षण विधियों एवं सामग्री, प्राथमिक कक्षाओं में भाषा में मूल्यांकन और बहुभाषिकता के प्रति संवेदनशीलता एवं उपयुक्त शिक्षण युक्तियों आदि पर सभी प्रशिक्षकों ने अपने अनुभव एवं दृष्टिकोण साझा किए। यदि हम चाहते हैं कि एक संवेदनशील एवं योग्य भाषा शिक्षक जो कि प्राथमिक कक्षाओं में उपयुक्त गतिविधियों एवं वातावरण द्वारा बच्चों में भाषा कौशलों का विकास करें एवं कक्षा में भाग लेने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें, अतः यह आवश्यक है कि एक भाषा शिक्षक-प्रशिक्षक अपने प्रशिक्षुओं को ऐसा प्रशिक्षण दें कि वह एक योग्य एवं विशेषज्ञ शिक्षक बन सकें।