Vol. 42 No. 1 (2018): प्राथमिक शिक्षक
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आओ गणित सीखें

प्रतीक चौरसिया
शोध छात्र (एन.सी.ई.आर.टी., डॉक्टोरल फैलो) शिक्षा संकाय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
सोमू सिंह
सहायक आचार्य, शिक्षा संकाय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश

Published 2025-07-30

Keywords

  • गणित,
  • गणितीयकरण,
  • संख्यात्मक और स्थानिक संरचनाओं का समन्वय

How to Cite

चौरसिया प., & सिंह स. (2025). आओ गणित सीखें. प्राथमिक शिक्षक, 42(1), p.57-64. http://14.139.250.109/index.php/pp/article/view/4513

Abstract

गणित विषय को सामान्यतः एक जटिल विषय माना जाता है और साथ ही साथ एक महत्वपूर्ण विषय भी। परंतु जितना यह विषय महत्वपूर्ण है उतना ही तार्किक एवं खोजी प्रकृति का भी है। गणित की अपनी प्रकृति एवं उपयोगिता है तथा इसको एक क्रमबद्ध तरीके से ही सीखा जा सकता है। इसलिए छात्र गणित कैसे सीखते हैं यह जानना एक गणित शिक्षक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, बहुत बार छात्र एवं शिक्षक दोनों के सामने यह सामान्य समस्या आती है कि गणित को कैसे समझें या समझाएं। इसलिए छात्रों में गणितीयकरण (Mathematisation) के विकास के लिए शिक्षक को अधिक से अधिक प्रयास करना चाहिए तथा यह भी समझना चाहिए कि गणित के सवालों में हमेशा एक पैटर्न और संबंध (Pattern and Relationship) होता है, संख्यात्मक और स्थानिक संरचनाओं का समन्वय (Coordination of Numeric and Spatial Structures) होता है और इन पैटर्न और संबंधों का विश्लेषण करना एवं गणित के प्रश्नों को कैसे हल करना है, यह समझना आवश्यक है और तभी हम इस समस्या का निदान कर सकते हैं। यह लेख इन्हीं बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए गणित सीखने एवं सिखाने की मूल समस्याओं को दर करने के प्रयास में है।