Vol. 42 No. 3 (2018): प्राथमिक शिक्षक
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प्राथमिक बाल शिक्षा के लक्ष्य तथा क्रियाकलाप

पद्मा यादव
प्रोफ़ेसर, प्रारंभिक शिक्षा विभाग, एन.सी.ई.आर.टी., नई दिल्ली

Published 2025-07-30

Keywords

  • प्रारंभिक बाल शिक्षा,
  • शिक्षक-प्रशिक्षक,
  • अल्पकालीन प्रशिक्षण

How to Cite

यादव प. (2025). प्राथमिक बाल शिक्षा के लक्ष्य तथा क्रियाकलाप. प्राथमिक शिक्षक, 42(3), p.48-54. http://14.139.250.109/index.php/pp/article/view/4495

Abstract

प्रारंभिक बाल शिक्षा आज के युग में सामान्य रूप से न केवल बच्चों के संपूर्ण विकास का अहम निवेश है, बल्कि प्रारंभिक शिक्षा को सार्वजनीकरण के रूप में राष्ट्रीय लक्ष्य को प्राप्त करने में भी महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करता है। प्रारंभिक बाल शिक्षा सुविधाओं में गुणात्मक विस्तार के लिए सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे देश के करोड़ों बच्चों को इसका लाभ मिल सके। इस विस्तार के चलते काफी संख्या में प्रशिक्षित लोगों की आवश्यकता है। इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए सेवारत शिक्षक-प्रशिक्षकों को अल्पकालीन प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। ज़्यादातर लोगों को यह जानकारी नहीं होती कि पूर्व-प्राथमिक स्तर पर क्या कराया जाए या कैसी गतिविधियाँ या क्रियाएँ कराई जाएँ, जिससे बच्चों को आनंददायक वातावरण मिले। वे पूर्व-प्राथमिक स्तर को प्राथमिक स्तर का डाउनवर्ड एक्सटेंशन मानकर बच्चों को पढ़ाते हैं और टीचर ट्रेनिंग भी देते हैं। इसी बात को ध्यान में रखकर प्रस्तुत लेख में 3–4 एवं 4–5 साल के बच्चों के लिए आयोजित की जाने वाली क्रियाओं के उद्देश्य एवं क्रियाएँ साझा की गई हैं, जो शिक्षक प्रशिक्षकों एवं शिक्षकों के लिए उपयोगी हो सकती हैं। ये क्रियाएँ एक लैबोरेटरी स्कूल में कार्यानुभव और उपस्थित ग्रंथों के आधार पर सुझाई गई हैं।