Vol. 40 No. 1 (2016): प्राथमिक शिक्षक
Articles

सतत एवं व्यापक मूल्यांकन: एक सटीक कदम

सची सिन्हा
शोध छात्रा, शिक्षाशास्त्र विभाग, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली

Published 2025-05-07

How to Cite

सिन्हा स. (2025). सतत एवं व्यापक मूल्यांकन: एक सटीक कदम. प्राथमिक शिक्षक, 40(1), पृ. 5-8. http://14.139.250.109/index.php/pp/article/view/4240

Abstract

जीवन के हर क्षेत्र में किसी न किसी रूप में मूल्यांकन का इस्तेमाल होता है। शिक्षा में भी मूल्यांकन का महत्वपूर्ण स्थान है। कक्षा में प्रत्येक छात्र कितना सीख पाया है, यह जानने के लिए हमें मूल्यांकन की आवश्यकता पड़ती है। मूल्यांकन द्वारा सावधानी से यह निर्णय लिया जा सकता है कि अधिगम का स्तर क्या है? साथ ही एक विषय-वस्तु के लिए यह कितना उपयोगी है, इसका निर्णय मूल्यांकन द्वारा ही किया जा सकता है। मूल्यांकन सदैव उद्देश्यों के अनुसार किया जाता है।