मैं पिछले कुछ समय से इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखकर अहमदाबाद के महात्मा गांधी आश्रम विद्यालय में जा रही हूं। स्कूल में बच्चे विविध क्रियाकलापों में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी कर सकें और आपस में एक दूसरे से सीख सकें। यही हमेशा से ही मेरी रुचि एवं उत्साह का विषय रहा है। मैंने स्कूल में एक प्रोजेक्ट की शुरुआत की जिसका विषय था ' बच्चे अपनी प्रार्थना सभा का प्रारूप स्वयं निर्धारित करें ' ।