कहानी सुनाना भी एक कला है। यदि शिक्षक इस कला में पारंगत है तो एक साधारण सी कहानी को भी सरस बना देता है। इसके विपरीत यदि शिक्षक को कहानी सुनाने की कला की जानकारी नहीं है तो रोचक कहानी भी बच्चों पर अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाती है। यही कारण है की भाषा संबंधी शिक्षक प्रशिक्षण /अभिविन्यास कार्यक्रमों के दौरान एक सत्र कहानी सुनने पर अवश्य रखा जाता है।