प्रकाशित 2025-06-20
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चौबीसा ह., & चौबीसा ल. (2025). मिड-डे मील योजना. प्राथमिक शिक्षक , 40(4), p.28-33. http://14.139.250.109:8090/index.php/pp/article/view/4295
सार
वास्तव में बच्चे इस भावी राष्ट्र के स्वर्णिम और कोमल पुष्प हैं। इन बालक रूपी पुष्पों का समय के साथ प्रभावी तरीके से पोषण आवश्यक है। महात्मा गांधी ने कहा था — “मेरे भारतवासियों, मैं इस दुनिया में रहूँ या न रहूँ, लेकिन राष्ट्र को सुदृढ़ और सशक्त स्वरूप प्रदान करने वाले इन बालकों के सर्वांगीण विकास हेतु और इनके अधिकारों की रक्षा करने का प्रथम दायित्व हमारा है। इन्हें अधिकारों से वंचित करने का अर्थ है इनके सर्वांगीण विकास को अवरुद्ध करना।”