Vol. 31 No. 04 (2011): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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माध्यमिक स्तर पर छात्रों की वियवासिख आकांक्षा वे उनके माता - पिता की तत्यसंबंदी आकांक्षा तथा वियवासिख आकांक्षा पुनर्निधारण का अध्ययन

Published 2011-04-01

Keywords

  • व्यवसायिक आकांक्षाएँ,
  • करियर निर्णय

How to Cite

ममता बकलिबल. (2011). माध्यमिक स्तर पर छात्रों की वियवासिख आकांक्षा वे उनके माता - पिता की तत्यसंबंदी आकांक्षा तथा वियवासिख आकांक्षा पुनर्निधारण का अध्ययन . भारतीय आधुनिक शिक्षा, 31(04), p. 69-80. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/470

Abstract

जीवन को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य यह विश्लेषण करना है कि छात्रों की व्यक्तिगत और परिवारिक आकांक्षाएँ कैसे परस्पर प्रभावित करती हैं, और समय के साथ इन आकांक्षाओं में कौन से परिवर्तन होते हैं।

अक्सर, माता-पिता की अपेक्षाएँ बच्चों के व्यवसायिक मार्गदर्शन में एक बड़ी भूमिका निभाती हैं, जो उनके करियर विकल्पों को प्रभावित करती हैं। वहीं, छात्रों की व्यक्तिगत आकांक्षाएँ, जो उनके शैक्षिक अनुभवों, सामाजिक परिवेश और व्यक्तिगत रुचियों पर आधारित होती हैं, उनके करियर निर्णयों को आकार देती हैं। इस अध्ययन में यह समझने की कोशिश की गई है कि कैसे इन दोनों प्रकार की आकांक्षाएँ एक-दूसरे के साथ जुड़ी होती हैं और समय के साथ कैसे पुनर्निधारित होती हैं।