Vol. 36 No. 02 (2015): भारतीय आधुनिक शिक्षा
Articles

स्कूली बच्चों मै भय, तनाव एवं दुशिचंता-एक विमर्श

Published 2024-12-23

Keywords

  • परिवारिक समस्याएं,
  • शैक्षिक दबाव

How to Cite

केवलानंद कांडपाल. (2024). स्कूली बच्चों मै भय, तनाव एवं दुशिचंता-एक विमर्श. भारतीय आधुनिक शिक्षा, 36(02), p. 11-23. http://14.139.250.109:8090/index.php/bas/article/view/2177

Abstract

आर्टिकल में बताया गया है कि बच्चों में भय, तनाव और चिंता के विभिन्न कारण हो सकते हैं, जिनमें शैक्षिक दबाव, परिवारिक समस्याएं, विद्यालय में उत्पीड़न (bullying), और सामाजिक असुरक्षा प्रमुख हैं। स्कूलों में बच्चों पर अत्यधिक शैक्षिक दबाव और प्रतिस्पर्धा का प्रभाव उनके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता है। इसके अलावा, बच्चों का मानसिक उत्पीड़न, जैसे कि हंसी-ठिठोली, अपमानजनक टिप्पणियां, और सामाजिक बहिष्करण, उन्हें चिंता और भय से ग्रस्त कर सकते हैं।

इस लेख में यह भी चर्चा की गई है कि बच्चे जब तनाव और चिंता का सामना करते हैं, तो उनके शारीरिक और मानसिक विकास में रुकावटें आती हैं। इसके परिणामस्वरूप, उनका आत्मविश्वास कम हो सकता है, वे डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं, और उनकी शैक्षिक प्रदर्शन में भी गिरावट आ सकती है।

आर्टिकल में यह सुझाव दिया गया है कि बच्चों की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। स्कूलों और समाज को बच्चों के लिए एक सुरक्षित, सहायक और तनावमुक्त वातावरण तैयार करना चाहिए, ताकि वे खुलकर अपनी समस्याओं को साझा कर सकें और उनका समाधान मिल सके।