Vol. 5 No. 1 (2016): Voices of Teachers and Teacher Educators
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भिन्नातमक संख्या को समझे या रटें

Published 2016-12-31

Keywords

  • गणित

How to Cite

मालवीय म. . (2016). भिन्नातमक संख्या को समझे या रटें . Voices of Teachers and Teacher Educators, 5(1), p. 47-48. http://14.139.250.109/index.php/vtte/article/view/155

Abstract

कहते है गणित हमें तार्किक बनाता है, परन्‍तु इसके लिए हमें भी गणित को कई तरीको से जानने की कोशिश करनी पड़ती है। ऐसी ही एक कोशिश मैंने की खोजबीन से यह जानने की कि भिन्‍न के लिए हम किसी ईकाई में बराबर हिस्‍से ही क्‍यों करते हैं? इस माथा पच्‍ची से बहुत कुछ नया सीखने को मिला।