खंड 39 No. 2-3 (2015): प्राथमिक शिक्षक
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अभिव्‍यक्ति की आज़ादी एवं सीखने की स्‍वायत्तता: भित्ति पत्रिका

केवलानंद कांडपाल
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, बागेश्वर

प्रकाशित 2025-06-17

सार

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में कार्य नियोजित होने के कारण प्रारंभिक विद्यालयों में बच्चों के साथ काम करने के बहुत सीमित अवसर उपलब्‍ध हो पाते हैं, परंतु इस संस्थान में कार्यरत होने पर लाभ अवश्य मिलता है कि विद्यालयों के अनश्रवण क्रम में नवाचारी गतिविधियों को जानने-समझने के पर्याप्त मौके मिलते हैं। इन अनुभवों का संज्ञान लेकर सेवा पूर्व एवं सेवारत शिक्षक प्रशिक्षणों में इनका लाभ लेने का हमेशा प्रयास रहता है। विगत में अनश्रवण क्रम में बाल अखबार, बाल पत्रिकाएँ एवं बाल शोध जैसी नवाचारी गतिविधियों के समर्थ अनुभव भी मिले। जनपद के कुछ विद्यालयों में भित्ति पत्रिका का बीजारोपण हुआ है। जनपद के ब्लॉक संसाधन केंद्र, गरूड़ में आयोजित बाल मेले (सपनों की उड़ान) कार्यक्रम में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, चौरसों (क्षेत्र गरूड़) के बच्चों द्वारा विकसित भित्ति पत्रिका ‘कोपलों’ के अवलोकन का अवसर मिला और अध्यापकों के साथ-साथ बच्चों से इसकी विकास प्रक्रिया को विस्तार से जानने एवं समझने का अवसर लाभ भी। इस आलेख में भित्ति पत्रिका अथवा बाल अखबार के शैक्षिक निहितार्थों की जांच-परख करने का प्रयास किया गया है।