खंड 38 No. 3 (2014): प्राथमिक शिक्षक
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केंद्रीय विद्यालय, कहलगांव- एक केस अध्ययन 

संजय कुमार सुमन
एसोसिएट प्रोफेसर, भाषा शिक्षा विभाग, एनसीईआरटी

प्रकाशित 2025-03-26

संकेत शब्द

  • भारतीय विद्यालयी शिक्षा,
  • विद्यालयी शिक्षा की रूपरेखा,
  • विद्यालयों का योगदान

सार

केंद्रीय विद्यालयों की भारतीय विद्यालयी शिक्षा में अपनी असीम भूमिका है। देश के सभी प्रांतों और भागों में इसकी उपस्थिति देखी जा सकती है। देश की विद्यालयी शिक्षा की रूपरेखा, सुधार और विकास के मानदंड तैयार करने और उसे लागू करने में इन विद्यालयों का बहुत अधिक योगदान है। बिहार राज्य स्थित भागलपुर जिले के एनटीपीसी, दीप्ति नगर, कहलगांव का केंद्रीय विद्यालय भी इनमें से ही एक है जो अपने उद्देश्यों की पूर्ति में प्रयासरत है, क्योंकि यह प्रोजेक्ट विद्यालय है इसलिए एनटीपीसी के साथ मिलकर इसे संचालित किया जाता है।