सार
अक्सर देखने में आता है कि बच्चों को पढ़ाई के विषय में जो बातें समझ नहीं आती, वह उसका रट्टा लगा लेते हैं। ऐसे में शिक्षक का उत्तरदायित्व बनता है कि वह बच्चों को मुश्किल लगने वाली बातों को आसानी से किसी अन्य माध्यम से समझाएं। बच्चों को सिखाने के कई तरीके हैं, शिक्षक को सदैव ऐसे माध्यम का चयन करना चाहिए जो बच्चों को रोचक लगे और जिससे वह सरलता से अधिक से अधिक जानकारी हासिल कर सकें। शिक्षक इस बात का भी ध्यान रखें कि वह जो भी सूचना दे वह ऊपरी तौर पर न होकर गहराई में हो, जिससे बच्चे उसे बात की आवश्यकता/अहमियत को समझते हुए उसका ध्यान रखें। इसे कैसे किया जाए, जानने के लिए पढ़िए यह लेख-- स्केल- पैमाना कितना बेगाना।