Vol. 43 No. 4 (2019): प्राथमिक शिक्षक
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नई शिक्षा नीति एवं महात्मा गांधी का शिक्षा-दर्शन एक तुलनात्मक विवेचन

उषा शुक्ला
वरिष्ठ व्याख्याता, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, जबलपुर

Published 2025-09-02

Keywords

  • नई शिक्षा नीति,
  • राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा

How to Cite

शुक्ला उ. (2025). नई शिक्षा नीति एवं महात्मा गांधी का शिक्षा-दर्शन एक तुलनात्मक विवेचन. प्राथमिक शिक्षक, 43(4), p.21-27. http://14.139.250.109/index.php/pp/article/view/4558

Abstract

नई शिक्षा नीति की रूपरेखा (ड्राफ्ट) अर्थात् बालक में निहित सभी संभावनाओं के समुचित विकास हेतु एक पूर्णतः व्यावहारिक कार्यक्रम की रूपरेखा राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 में दी गई हैं ये अनुशंसाएँ बालकों में ऐसी चेतना जगाने का बिगुल फूंकती है जो उनमें नवीन ज्ञान के आरोपण के साथ-साथ राष्ट्र के प्रति समर्पण के लिए प्रोत्साहित करती हैं। मनुष्य की सर्जनात्मक ऊर्जा के उद्घाटन के लिए ज्ञान को सृजित करना वर्तमान युग की अनिवार्यता है। साथ ही साथ वर्तमान संस्कृतिविहीन और मूल्यविहीन युग में जीवन के शाश्वत मूल्यों के प्रति नई पीढ़ी को सचेत करना भी उतना ही आवश्यक है। वर्तमान परिस्थिति में यह भी जरूरी है कि सामाजिक संबंधों को आत्मीय बनाते हुए नई पीढ़ी तक हस्तांतरित किया जाए क्योंकि व्यक्ति का आत्म-संप्रत्यय जब सामूहिक आत्म-संप्रत्यय बन जाता है, तब एक विशिष्ट-संस्कृतिमूलक समाज का निर्माण होता है।

अयं निजः परोवेति गणना लघु चेतसाम्।

उदार चरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्‌

वस्तुतः यह निर्माण ही हम सबका वास्तविक ध्येय है, जिसकी स्थायी छाप महात्मा गांधी के शिक्षा दर्शन में मिलती है। वर्तमान संदभों में नई शिक्षा नीति प्रस्तुत कर रही है। नई शिक्षा न to (ड्राफ्ट) भी भूमंडलीकरण के परिप्रेक्ष्य में अपनी अनुशंसाएँ प्रस्तुत कर रही है।